आकर्षण के नियम – Law of Attraction in Hindi (3 तरीके सपने सच करने के)

आकर्षण के नियम Law of Attraction in Hindi

अगर सीधे तरीके से कहा जाए तो आकर्षण के नियम – Law of Attraction का सरल अर्थ है: “जिस वस्तु, व्यक्ति अथवा चीज़ पर आप अपना ध्यान केन्द्रित करते हैं, उसे अपनी ज़िंदगी में आकर्षित करने की योग्यता.

ब्रह्माण्ड के कुछ नियम हैं, जिनमें से आकर्षण के नियम – Law of Attraction भी एक नियम है और हम सब ब्रह्माण्ड के कुछ नियमों व सिधान्तों से बंधे हुए हैं. परन्तु इन् सिधान्तों को, नियमों को बंधन के रूप में लेना गलत होगा. क्यूंकि सिर्फ एक मनुष्य ही है जो की इन नियमों / सिधान्तों को समझ सकता है एवं उन्हें बदल सकता है.

सिर्फ मनुष्य ही क्यों इन नियमों को बदल सकता है? – क्यूंकि सिर्फ मनुष्य ही इन नियमों को समझ सकता है. और आज यहाँ हम आकर्षण के नियम – Law of Attraction को समझेंगे.

आकर्षण के नियम भी ब्रहमांड के नियमों का एक हिस्सा हैं. आकर्षण के नियम – Law of Attraction, हमारे मस्तिष्क शक्ति / सोच की शक्ति का रूपांतरण करके / अनुवाद करके, हमारे विचारों एवं भौतिक वस्तुओं की चाहत को असल ज़िंदगी में प्रकट करता है. सीधी भाषा में: “आख़िरकार सभी विचार, भौतिक वस्तुओं का रूप ले लेते हैं”.

आकर्षण के नियम – Law of Attraction का एक बहुत ही साधारण सा नियम है. और वो यह के आप अपनी विचार शक्ति को जिस भी विचार पर केन्द्रित करके उसे उर्जा प्रदान करेंगे, वोह प्रकट होगी. ध्यान रहे: यह नियम अंतर करने या भेद करने के योग्य नहीं होते.

मतलब? – मतलब के अगर आप ज़्यादातर नकारात्मक विचारों को सोचते हैं, तो यह नियम, यह उर्जा नकारात्मकता को ही आपके जीवन में प्रकट करती है. और यदि आप सकारात्मक विचारो का चयन करते हैं, तोह यह उर्जा, यह नियम आपके जीवन में सिर्फ सकारात्मकता को ही प्रकट करते हैं.

क्युकी यह नियम, सही – गलत, बड़ा – छोटा, उच्च – नीच, या किसी में भेद करना नहीं जानता. यह नियम सिर्फ अपना काम करना जानता है.

आज की दौड़ती ज़िंदगी में हम सब नकारात्मक विचारों से घिरे हैं. वैज्ञानिकों के हिसाब से एन साधारण व्यक्ति, एक दिन में 70% – 85% नकारात्मक विचारों का चयन करता है. इसका अर्थ सिर्फ इतना ही हुआ के हम पूरा दिन नकारात्मक विचारों से घिरे रहते हैं, और अंत में शिकायत करते हैं के हमारी ज़िंदगी में कुछ अच्छा हो ही नहीं रहा.

आकर्षण के नियम – Law of Attraction यह निर्धारित करता है, हमें समझाता है कि हम जिस भी वास्तु की कल्पना कर सकते हैं, वो हम प्रकट कर सकते हैं.

आकर्षण के नियम – होता क्या है? – What is Law of Attraction?

हम इंसान (Humans) होने के नाते, हर वक़्त, हर पल एक चुम्बक (Magnet) की तरह अपने विचार, अपनी ख्वाहिशें, भावनाएं, कल्पनाएँ अपनी विचार शक्ति के रूप में बहार भेजते हैं और वोह सब आकर्षित करते हैं (जाने – अनजाने) जो कुछ हम पा चुके हैं.

सच तो यह है की आज हमारे पास जो कुछ भी है, वोह सब हमारी रोज़ मर्र्हा की ज़िंदगी की, विचारों की, कल्पनाओं की, सकारात्मकता व नकारात्मकता वाली सोच की वजह से ही है.

ज़िंदगी के सबसे बड़े रेहेस्यों व पहेलियों में से एक रहेस्य है: आकर्षण के नियम – Law of Attraction. और दुर्भाग्यवश, बहुत ही कम लोग मौजूद है पृथ्वी पर जो की इस रेहेस्य / पहेली को समझ पाते हैं और अपनी ज़िंदगी पर होने वाले इसके असर को देख पाते और बदल पाते हैं.

बदकिस्मती से, हम में से ज़्यादातर लोग, आज भी अपने अन्दर के सामर्थ्य के प्रति अंधे हैं. हम सब के भीतर, गहराई में (हम सब के अन्दर) एक बहुत विशाल अन्तर्निहित शक्ति, सामर्थ्य का महासागर है. पर हम में से कोई भी इसके बारे में कुछ नहीं जानता. इसी वजह से हम अपनी विचार शक्ति और कल्पनाओं पर ध्यान न देकर उन्हें अनदेखा कर देते हैं. और इसी वजह से जाने – अनजाने नकारात्मक उर्जा बहार ब्रह्माण्ड में निकलती है और आकर्षण बनता है वो सब जो कुछ हम अपनी ज़िंदगी में नहीं चाहते की हो.

आज अगर हम आकर्षण के नियमों (Law of Attraction) को समझ लें, तो शायद हम नकारात्मकता को अपनी ज़िंदगी में आकर्षित करने से रोक पायेंगे. एक बार आपने आकर्षण की शक्तियों को समझ लिया तो यह कोई रेहेस्य (Secret) नहीं रहेगा आपके लिए. बल्कि यह एक खेल बन जाएगा, जिसे आप अपनी रोज़ की ज़िंदगी में हर पल उपयोग कर पायेंगे. और आप खुद ही समझ जायेंगे के आपका भविष्य आप खुद ही रच सकते हैं, बना सकते हैं. आप अपने भविष्य के खुद ही रचयिता हैं.

आकर्षण के नियम का इतिहास – History of Law of Attraction

आकर्षण के नियमों की इस लाजवाब यात्रा को शुरू करने से पहले आईये हम सब इसके कुछ उपकरणों / साधनों (Tools) के बारे में जानते हैं. प्राचीन काल से ही यह नियम बहुत से लोगों की ज़िन्दगीयों को बदल चूका है.

“तुम वो बन जाते हो, जो तुम सोचते हो” – Buddha

कई सदियों पहले गौतम बुध (Gautam Buddha) ने यह कहा. ये एक आतंरिक व वास्तविक सच है “आकर्षण के नियम” का. जो हमें गौतम बुध (Gautam Buddha) ने सदियों पहले बताया.

समय के साथ भारत के संतों, ऋषियों और अवतारों ने कर्मों के बारे मैं भी बताया. आज हम सब जानते और मानते हैं की जो कुछ भी हम दुनिया को देंगे (चाहे वो ख़ुशी हो, दुःख हो, तकलीफ हो, गुस्सा हो, मुस्कराहट हो, दर्द हो, या मदद हो), वोह लौट कर वापिस हमारे पास ज़रूर आएगा.

ये मान्यताएं सदियों पुरानी हैं और हम सब इनसे भली भाँती अवगत हैं. येही शुरुवात है आकर्षण के नियमों को समझने की. ये तो ज़ाहिर सी बात है की आकर्षण के नियम सदियों से हमारे पास हैं. परन्तु इसका पूर्ण रूप से हमें बस ज्ञान नहीं है.
Jesus Christ ने आकर्षण के नियमों के बारे मैं बहुत कुछ कहा है. जैसे की:

What things soever ye desire, when ye pray, believe that ye receive them, and ye shall have them.

– MARK 11:24

जिन वस्तुओं की आप इच्छा करते हो, जब आप पाठ करते हो, विश्वास करो के आप उन्हें पा रहे हो, और आपको पा लेनी चाहिए.
आकर्षण के नियम Law of Attraction in Hindi


और अब संतों, ऋषियों और अवतारों की इन् बातों को समझना हम इंसानों का ही काम है.

इतिहास में आकर्षण के नियमों का उल्लेख बहुत जगह देखने को मिला है. इसकी कीमत के बारे में हमें कई सूत्रों से भी पता लगा है और जिन्होंने हमें कई रूप में कई सन्देश पहुचने की कोशिश की है. दुनिया की सबसे बड़ी शक्तियां जो मौजूद हैं पृथ्वी पर, हमारे उपयोग के लिए, उनमें से एक आकर्षण के नियम हैं. और यह हमें इतिहास की बहुत सी बड़ी बड़ी नामी हस्तियों न बताया है. इनमें कई महान नाम शामिल हैं, जिन्हें किसी परिचय की ज़रुरत ही नहीं है, जैसे की:

  • Albert Einstein,
  • Gautam Buddha,
  • Abraham Hicks,
  • William Shakespeare,
  • Newton,
  • Jim Carrey,
  • Will Smith,
  • Beethoven,
  • Emerson,
  • Rhonda Byrne

और भी बहुत से नाम हैं. इन सबने अपने अपने ढंग से, अपने अपने काम से हमें सन्देश दिए और आकर्षण के नियमो के बारे में बताया.

अछा या बुरा, आप जो भी निर्णय लेते हैं अपनी ज़िंदगी में, उसी से आपकी ज़िन्दगी बनती है. अर्थात, आप खुद अपनी ज़िंदगी के करता / रचयिता हैं – सबसे पहला चुनौतीपूर्ण कार्य है, इस सत्य को मान लेना. वैसे तो हम में से बहुतों के लिए यह काफी मुश्किल है इस कडवे सच को मानना. परतु, अगर आप इस सत्य को स्वीकार करलेते हैं, तो आपके लिए बहुत आसान हो जाएगा आकर्षण के नियमों को समझना.

और एक बार अगर आप आकर्षण के नियमों को ठीक ढंग से समझ लेते हैं और अपनी रोजाना ज़िंदगी में अपना लेते हैं, तो आपके अन्दर एक नयी उर्जा, नयी उम्मीद, प्रकाश, हिम्मत और हौंसले प्रवेश करेंगे.

आकर्षण के नियम Law of Attraction in Hindi

आकर्षण के नियमों का इस्तेमाल कैसे करें – How to use Law of Attraction

1. समझना सबसे पहला कदम

बस एक बार हम पूरी तरह से ये समझ जाएँ की क्या क्या किस तरह संभव है. ज़िंदगी (Life) जो हमारे अन्दर की एक सबसे बड़ी उर्जा है, उसके लिए क्या संभव है. जब हम यह समझ जायेंगे तो कुछ भी आकर्षित कर पायेंगे और अपनी ज़िंदगी के रचयिता बन कर, अपनी ज़िंदगी को अपनी मन मर्ज़ी के मुताबिक चला भी पायेंगे. अपने भविष्य के खुद विधाता / निर्माता हैं हम, बस येही समझना काफी है.

2. तस्वीर बनाना – बहुत ज़रूरी व अहम

हमें अपने मन में एक तस्वीर बनानी है, उस ज़िंदगी की, जैसी ज़िंदगी की हम उम्मीद करते हैं, जैसी ज़िंदगी हम पाना चाहते हैं. अगर आप एक ऐसी तस्वीर बनाने में असमर्थ हैं, तो कोशिश कीजिये. अगर फिर भी असमर्थ हैं, तो फिर से कोशिश कीजिये. और तब तक कोशिश करते रहिये जब तक आपकी मन पसंदीदा तस्वीर तैयार नहीं हो जाती.

और अगर आप के तस्वीर बनाने में कामयाब हो जाते हैं, परन्तु वोह तस्वीर आपको पसंद नहीं आती – तो उसे फ़ौरन बदलें. बिना इंतज़ार किये, बिना समय गवाएं उस तस्वीर को बदल दें.

3. सही लिखना सीखना और बहुत ज़रूरी: पकड़ कर रखना

अंत में क्या होगा, कैसे होगा, कैसा होगा, कितना होगा, कैसी तस्वीर बनेगी, क्या क्या लिखा होगा, क्या क्या नहीं होगा – यह सब आपके ही हाथ में है. क्युकी ज़िंदगी एक खाली किताब की तरह नहीं, बल्कि एक खाली किताब ही है (इच्छाएं पूरी करने वाली किताब). निर्भर यह नहीं करता के ज़िंदगी आपको क्या क्या देती है, क्या क्या दिखाती है. बल्कि निर्भर ये करता है की आप इस खाली किताब पर क्या क्या लिखते हैं.

देखा जाए तोह इतने ही है और इतने आसान है “आकर्षण के नियम – Law of Attraction”. फर्क नहीं पढता के आप जो चाहते हैं वो कितना बड़ा है, क्या है, कैसे होगा, कब होगा, कौन करेगा etc. बात सिर्फ इतनी सी है के क्या आप अपने प्लान को, सपने को, चाहत को, इच्छा को शिद्दत से पकड़ कर रख सकते हैं और क्या आप उसकी अपने दिमाग की आँख में एक तस्वीर बना सकते हैं.

अगर आप यह कर सकते हैं – तो आप कुछ भी (कुछ भी) पा सकते हैं, अपनी ज़िंदगी में प्रकट कर सकते हैं. (सिर्फ थोड़ी सी मेहनत से ही)

मुझे उम्मीद है के इस Article से आपको आकर्षण के नियम – Law of Attraction क्या है – समझ आगया होगा. और अपने अगले कुछ और Articles में, निचे दिए गए कुछ topics को Cover करने की मेरी कोशिश रहेगी.

  • आकर्षण के नियमों का उपयोग कर, कैसे अपनी ज़िंदगी में प्यार और रिश्ते प्रकट करें – Manifest Relationships & Love in your Life with Law of Attraction.
  • पैसे को कैसे प्रकट करें, आकर्षण के नियमों से – Manifest Wealth / Money with Law of Attraction.
  • सुधारें मानसिक और शारीरिक स्वस्थ्य आकर्षण के नियमों से – Mental & Physical Health Improvement with Law of Attraction.
  • चिंताएं हटायें, आत्मविश्वास बाधाएं आकर्षण के नियमों की मदद से – Relieve Stress & Increase Self-Confidence via Law of Attraction
  • वज़न कैसे घटाएं आकर्षण के नियमों से – How to Lose Weight by Law of Attraction


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