Brahma Kumaris Meditation in Hindi – Relaxation – यह Brahma Kumaris की एक कल्पना / मानस दर्शन / मानसिक चित्रण (Visualization) से उक्त ध्यान की विधि है. जिसके ज़रिये (रोजाना के थोड़े से अभ्यास से ही) आप खुदको अत्यधिक शांत कर पाएंगे और साथ ही साथ सुख और स्म्रिधि का अनुभव करेंगे.
ॐ शांति
चलिए शुरू करते हैं Step-by-Step Guided Meditation – Brahma Kumaris की Relaxation Meditation:
यह (Brahma Kumaris की ध्यान की विधि (Meditation) आपको गहरा विश्राम (Relaxation) का अनुभव कराएगी.
सबसे पहले तो एक बहुत ही आरामदायक स्थान नियुक्त करें.
स्थान ऐसा हो जहाँ आपका ध्यान भटके बिलकुल भी नहीं. व आपको कोई बाहर की आवाजें / शोर ना आयें.
अब किसी भी आरामदायक मुद्रा / स्थिति में शांत मन से वहां बैठ जाएँ.
धीरे से एक लम्बी और गहरी सांस लें, और धीरे से ही छोडें.
दोबारा सांस अन्दर लें और बहार छोडें – ऐसा आपको 3 से 4 बार करना है.
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उस खूबसूरत वन की धरती पर आप एक आसन बना कर बैठे हैं. बहुत ही आरामदायक आसन पर.
बहुत ही मधुर आवाज़ें सुनाई दे रही हैं आपको – हवा के चलने की, हवा की वजह से पेड़ – पौधों के लहराने की और अलग अलग मधुर पक्षियों की. इन आवाज़ों को सुन कर आप आनंदित महसूस कर रहे हैं.
हवा काफी ताज़ी और ठंडक भरी है जो आपको छू रही है. आपके माथे पर, चेहरे पर, आँखों पर, कानों पर, हाथों पर – और आपको ताजगी दे रही है.
इस शांत वन में आप धीरे धीरे अथाह शांति का अनुभव कर रहे हैं. आप भीतर से शांत होते चले जा रहे हैं.
सूरज की रौशनी आपका ध्यान, आप पर से हटा कर, आपके नीचे की धरती की और ले जा रही है. सूरज की रौशनी आपमें भर रही है और आपके ज़रिए धरती में समां रही है.
आपका ध्यान आपके शरीर और शारीरिक अंगों से हटा कर धरती की और ले जा रही है सूरज की प्रत्येक किरण.
जो कुछ आपके शरीर के लिए आवश्यक नहीं है वो सब ये सूरज की रौशनी के साथ धरती में समता जा रहा है. जैसे आपकी सारी परेशानियाँ, कठिनाइयाँ, दिक्कतें, डर, दबाव, बोझ – जो कुछ आपके लिए आवश्यक नहीं है, वो सब धरती में समता जा रहा है.
अब महसूस करने की कोशिश करें उस राहत को, शांति को, चैन को, सुकून को जो आपको मिल रहा है. क्युकी आपकी सारी परेशानियाँ सूरज की किरण के साथ बहार निकलती जा रही हैं और धरती में समां रही हैं.
राहत और शांति की साथ ही महसूस करें सूरज की किरणें / रौशनी जो पेढों से टकराती हुई आप तक पहुच रही है. ये किरणें आपमें भर रही है और आपके शरीर के हर एक हिस्से (part / cell) को पोषित कर रही है. आपको पूरी तरह एक नयी उर्जा (Energy)और प्रकाश (Light) से भर रही है.
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आप आज एक प्रेरक प्राणशक्ति व जीवन–शक्ति का अपने अन्दर संचार महसूस कर रहे हैं.
खुदको अनुमति दें – जिससे की आप इस अथाह शांत जंगल में ध्यान लगाने के अनुभव का पूरी तरह आनंद ले सकें.
धरती को आपके अन्दर की सारी परेशानियाँ, चिंताएं लेने दें. आपकी ये सारी चिंताएं व परेशानियाँ धरती की बहुत गहरायी में जा कर लुप्त, गायब, भंग व समाप्त होती चली जा रही हैं.
और इसी दौरान पेढों से टकराती हुई जो सूरज की किरणें आपमें भर रही हैं, वो आपमें भर रही है एक नया जीवन, बेहतर उर्जा, ख़ुशी, सुख, चैन, सुकून, शांति, उत्साह व स्पष्टता.
अब आप खुदको पहले से बहुत बेहतर और तरो–ताज़ा, निडर, शक्तिशाली और शांत महसूस कर रहे हैं.
और इसी अनुभूति के साथ धीरे से एक गहरी, लम्बी सांस लें और धीरे धीरे अपनी रोजाना दुनिया में वापिस लौट आयें. परन्तु यह स्मरण रहे, याद रखें के आप जब कभी चाहें तब आप Brahma Kumaris की इस meditation के द्वारा आप वापिस इसी मानसिक चित्रण / काल्पनिक सुन्दर व शांत वन में वापिस लौट सकते हैं. और दिन या रात के किसी भी पहर, किसी भी समय आप इस वन में जाकर, Brahma Kumaris की इस meditation पर ध्यान लगा कर खुदको शांति का अनुभव करवा सकते हैं.
क्युकी अब आप पहले से ज्यादा शांत महसूस कर रहे हैं. इस यात्रा ने आपका मन स्थिर और शांत कर दिया है. आज पूरा दिन आप इसी शांति के साथ ही जियेंगे.
Brahma Kumaris की इस meditation को रोज़ प्रयास में लाएं और अनुभव करें एक अद्भुत शांति का। आप Brahma Kumaris की इस meditation की मदद से खुद को तो शांत कर ही पाएंगे साथ ही साथ अपने काम और घरेलु कार्य में भी काफी सफलता को महसूस करेंगे।
हम सभी जानते हैं की अगर किसी तरह हमारा मस्तिष्क शांत हो, हमें यदि मानसिक शांति मिल जाए तो हमारी सभी परिस्थितियों में खुद-ब-खुद सुधर आने लगता है और Brahma Kumaris की इस meditation से आप मानसिक शांति को अपने जीवन में निमंत्रित करते हैं। कृपा कर Brahma Kumaris की इस meditation को अपनी रोज़ाना ज़िन्दगी का एक अहम् हिस्सा बनाएं।
खुश रहें – आनंदित रहें
ॐ शांति
शिव बाबा का ध्यान कैसे करें?शिव बाबा का ध्यान करने के लिए हमें अपने ह्रदय रुपी कमल तक पहुचना होगा अपनी इन्द्रियों को काबू में करके। ह्रदय को कमल और इन्द्रियों को उस कमल की पंखुड़ी माना गया है। आपको अपने ह्रदय को अपनी इन्द्रियों के साथ जोड़ना है और उनकी सहायता से ही अपने ह्रदय रुपी कमल तक पहुचना है जहाँ उस परम पिता परमात्मा की दिव्य ज्योति विराजमान है।
शिव बाबा का योग कैसे लगाएं?शिव बाबा का योग करने के लिए आपको स्थिर और स्थित होना पढ़ेगा अपनी आत्मा की अनुभूति में। इसका अर्थ यह हुआ कि आपके मस्तिष्क के बीचों बीच, दोनों बोहों (eyebrows) के बीच में जहाँ आपकी आत्मा स्थिर व विराजमान है उस दिव्य ज्योति को अनुभव करना होगा। उस ज्योति का अनुभव होते ही आपको सब चीज़ों से detach हो कर वहीँ स्थिर और स्थित होना है व परम पिता परमात्मा शिव बाबा को पूरी निष्ठां के साथ अपने पिता मान कर उन्हें याद करना है, उनका चिंतन करना है, उनका स्मरण करना है।
सांसों पर ध्यान कैसे लगाएं?
- एक आरामदायक आसन का चयन करें
- ध्यान का निश्चय करके बैठ जाएं
- आखें बंद रखें व कमर सीधी रखें
- अब अपना सारा ध्यान अपनी साँसों पर ले आएं
- कुछ बदलने की कोशिश ना करें
- ध्यान केवन साँसों के आवागमन पर रखें
- धयन दें प्रत्येक श्वास पर
- आपकी जानकारी के बिना कोई श्वास भीतर ना आए व कोई बाहर ना जाए
- 10-15 मिनट तक केवल अपनी साँसों पर ध्यान दें
- उन्हें भीतर आते व बहार जाते हुए देखें